कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुख्यमंत्रियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हुई। इसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हुए। मोदी ने लॉकडाउन को लेकर सभी मुख्यमंत्रियों की राय जानी। ओडिशा और पंजाब में लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाया जा चुका है। मध्य प्रदेश में 20 जिलों में कोरोना संक्रमण फैल चुका है और इंदौर और भोपाल में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि मध्य प्रदेश सरकार भी लॉकडाउन की अवधि को 30 अप्रैल तक बढ़ाने का फैसला कर सकती है। पीएम को भेजे सुझाव में पहले ही सीएम ने लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने की बात कही थी। वीसी में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लॉक डाउन अभी न हटाया जाए। लोगों की जिंदगी महत्वपूर्ण है, उसे बचाने के लिए लॉकडाउन जरूरी है।
कॉन्फ्रेंसिंग में लॉकडाउन को लेकर प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों को भरोसा दिलाया कि राज्यों के सुझावों पर गौर किया जाएगा। कॉन्फ्रेंसिंग में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, अमरिंदर सिंह (पंजाब), ममता बनर्जी (पश्चिम बंगाल), उद्धव ठाकरे (महाराष्ट्र), योगी आदित्यनाथ (उत्तर प्रदेश), मनोहर लाल खट्टर (हरियाणा), के चंद्रशेखर राव (तेलंगाना) और नीतीश कुमार (बिहार) समेत दूसरे राज्यों के सीएम शामिल हुए। इससे पहले मोदी 20 मार्च और 2 अप्रैल को भी मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर चुके हैं।
कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लागू 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रैल को खत्म हो रही है। अभी तक 9 राज्य केंद्र से लॉकडाउन बढ़ाने की मांग कर चुके हैं। माना जा रहा है कि देशभर में लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाया जा सकता है। मोदी ने 24 मार्च को अपने दूसरे संबोधन में 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया था। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 483 पहुंच गई है। इनमें इंदौर 249 और भोपाल 121 शामिल हैं।